हम अक्सर भूतों के बारेमे सुनते हे। रात के अँधेरे में भूतों के नाम सुनते ही हमे पसीना आजाता हे। हम अक्सर भूतों के मूवी या सीरियल भी देखते हे और भूतों से जुड़े किस्से भी सुनते हैं. कुछ लोगों का दावा हे की वे भुत देखे हे या भूतों से बात किये हैं। भुत प्रेत को हर धर्म में मान्यता हे। कुछ लोग भुत प्रेत की बातों को एक भ्रम कहते हैं। लेकिन सचाई क्या हे। अगर बहुत प्रेत नहीं हे तो ये सब कहाबत क्या किसी भ्रम से पैदा हुआ हे। सायद नहीं पर एक बात तो हे लोगों का बढ़ा चढ़ा के बोलना। कभी कभी जब हम रात के अँधेरे में एकेले होते हे हमे तब तक डर नही लगता जबतक हमे कोई आवाज या परछाई नहीं दिखता। लेकिन जब हमे एसा कुछ महसूस होता हे तो हम अपने आप ही भुत के बारेमे सोचने लगते हैं और ज्यादा डरते हे। एक बात आप ने नोटिस किआ होगा जब आप कभी किसी अनजान जगह में जातेहै तो आप को वेसे कोई दर नहीं होता पर अगर आप पहले से उस जगह के बारेमे कुछ भूतिया बातें सुने होंगे तो आप उस जगह पोहोच ते ही आप को उस बात की याद आएगी और आप डरने लगेंगे।
क्या आत्मा होते हैं ?
लोगों को ये बात काफी परिसान करता हे की क्या आत्मा हे ? या मारने के बाद क्या होताहै ? दरअसल बिज्ञान की माने तो ऊर्जा कभी ख़तम नहीं होताहै वो एक रूप से दूसरे रूप को परिबर्तित होता हे। जैसे लकड़ी जलाने से गर्मी पैदा होताहै। उसी तरह इंसान की ऊर्जा अपने स्थूल रूप से सुक्ष्म रूप को परिबर्तित होता हे। हिन्दू सस्त्र के मुताबिक हर जिब का पुनः जन्म होता हे और आत्मा एक सरीर से दूसरे सरीर को चला जाता है।
भुत क्या है ?
जब कोई इंसान अपने उम्र पूरा होनेसे पहले मर जाता हे यानि आत्महत्या या एक्सीडेंट हो जाता हे तो वो अपने उम्र पूरा होने से पहले ही उनके अचानक मृत्यु हो जाता हे जिसके वजय से उनके बोहोत सी अधूरी इच्छा अधूरी ही रह जाती हे। और इसलिए भी किउंकि उनके उम्र पूरा नहीं होता और वो दूसरे लोक में नहीं जा पाते। और अपने उम्र पूरा होने तक उन्हें यहीं भटकना पड़ता ये। और दूसरे तरफ कुछ लोगों को अपने कर्मों के हिसाब से उन्हें भुत बनने का सजा मिलता हे और ये सजा कम सेकम 1000 साल तक होता हे। ये हिन्दू सस्त्र बताता हे। दरअसल बिज्ञान जितना भी आगे जाये लेकिन इन अलौकिक सक्ति के बारेमे बोहोत कम जान पाया हे।
भुत के बारेमे कुछ जानकारी।
क्या आत्मा होते हैं ?
लोगों को ये बात काफी परिसान करता हे की क्या आत्मा हे ? या मारने के बाद क्या होताहै ? दरअसल बिज्ञान की माने तो ऊर्जा कभी ख़तम नहीं होताहै वो एक रूप से दूसरे रूप को परिबर्तित होता हे। जैसे लकड़ी जलाने से गर्मी पैदा होताहै। उसी तरह इंसान की ऊर्जा अपने स्थूल रूप से सुक्ष्म रूप को परिबर्तित होता हे। हिन्दू सस्त्र के मुताबिक हर जिब का पुनः जन्म होता हे और आत्मा एक सरीर से दूसरे सरीर को चला जाता है।
भुत क्या है ?
जब कोई इंसान अपने उम्र पूरा होनेसे पहले मर जाता हे यानि आत्महत्या या एक्सीडेंट हो जाता हे तो वो अपने उम्र पूरा होने से पहले ही उनके अचानक मृत्यु हो जाता हे जिसके वजय से उनके बोहोत सी अधूरी इच्छा अधूरी ही रह जाती हे। और इसलिए भी किउंकि उनके उम्र पूरा नहीं होता और वो दूसरे लोक में नहीं जा पाते। और अपने उम्र पूरा होने तक उन्हें यहीं भटकना पड़ता ये। और दूसरे तरफ कुछ लोगों को अपने कर्मों के हिसाब से उन्हें भुत बनने का सजा मिलता हे और ये सजा कम सेकम 1000 साल तक होता हे। ये हिन्दू सस्त्र बताता हे। दरअसल बिज्ञान जितना भी आगे जाये लेकिन इन अलौकिक सक्ति के बारेमे बोहोत कम जान पाया हे।
भुत के बारेमे कुछ जानकारी।
- हर भुत आप को नुकसान पोहचाना नहीं चाहते हैं।
- भुत आप पर सीधा हमला नहीं करसकता किउंकि उसके पास सरीर नहीं होता हे।
- भुत बच्चे और जानवर को ज्यादा आसानी से महसूस होता हे।
- भुत आप के ध्यान खिंचना चाहते हैं।
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